उत्तर प्रदेश सरकार और UIDAI मिलकर आधार कार्ड से जुड़ी सेवाओं को हर घर तक पहुंचाने की दिशा में बड़ा कदम उठा रहे हैं। राज्य के 59 अतिरिक्त जिलों में आधुनिक आधार सेवा केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं, जो लंबी कतारों और दूरदराज जाने की मुश्किल को हमेशा के लिए खत्म कर देंगे। इससे करोड़ों लोगों को तुरंत आधार बनवाने या अपडेट करवाने का मौका मिलेगा।

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पहले की चुनौतियां और अब बदलाव
पहले यूपी के सिर्फ चुनिंदा जिलों में ही पूर्ण सुविधा वाले केंद्र थे, जिससे बाकी इलाकों के निवासियों को घंटों इंतजार और यात्रा करनी पड़ती थी। अब यह व्यवस्था पूरे प्रदेश में फैल रही है, जहां तीन चरणों में अगले कुछ महीनों में ये केंद्र सक्रिय हो जाएंगे। कुल मिलाकर 71 जिलों को इससे कवरेज मिलेगा, जो डिजिटल इंडिया की सच्ची ताकत दिखाएगा।
लाभान्वित जिलों की पूरी फेहरिस्त
ये नए केंद्र उन जिलों में खुलेंगे जहां सुविधा की सबसे ज्यादा कमी महसूस हो रही थी। इसमें अलीगढ़, अंबेडकर नगर, अमेठी, अमरोहा, औरैया, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बाराबंकी और बरेली जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं। कुछ छोटे जिलों जैसे चित्रकूट, बागपत, महोबा और ललितपुर को नजदीकी बड़े केंद्रों से जोड़ा जाएगा, ताकि कोई वंचित न रहे।
केंद्रों की विशेषताएं जो बदल देंगी अनुभव
हर केंद्र में जिले के साइज के हिसाब से 4 से 16 तक हाई-स्पीड मशीनें होंगी, जो एक दिन में हजारों आवेदनों को हैंडल कर सकेंगी। यहां नया नामांकन, बायोमेट्रिक बदलाव, पता-मोबाइल अपडेट और ईमेल लिंकिंग जैसी हर सेवा उपलब्ध होगी। वातानुकूलित और टेक्नोलॉजी से लैस ये जगहें सामान्य केंद्रों से कई गुना तेज साबित होंगी।
जनता को क्या-क्या फायदे होंगे?
इससे सरकारी योजनाओं जैसे पेंशन, राशन और बैंक खाते लिंकिंग में कोई रुकावट नहीं आएगी। ग्रामीण क्षेत्रों के किसान, मजदूर और बुजुर्ग सबसे ज्यादा राहत महसूस करेंगे। जल्द ही हर जिले में UIDAI की यह सुविधा आम होगी, जो उत्तर प्रदेश को डिजिटल सेवाओं का हब बना देगी।

















